Collection: Saari-Coming Soon
बनारसी साड़ियाँ प्राचीन काल से बनारस में बनायी जा रही हैं,जिनका इतिहास मुग़ल काल से जुड़ा हुआ है.
इन साड़ियों को बनाने की कला को मुगलों के शासनकाल में बनारस के कुशल बुनकरों ने विकसित किया जो फारसी डिज़ाइन और भारतीय शिल्पकला का मिश्रण है।
बनारसी साड़ियाँ अपनी जटिल जरी बुनाई और रेशमी धागों के उपयोग के लिए प्रसिद्ध है,जिसमें सोने और चाँदी के धागो का भी उपयोग होता है
इन साड़ियों में दक्षिण भारत के शुद्ध रेशमी धागों का उपयोग किया जाता है जिससे इनकी टिकाऊपन और चमक बरकरार रहती है
ये साड़ियाँ शुभ मानी जाती हैं और भारतीय विवाह सहित विभिन्न अनुष्ठानों में पहनीं जाती हैं , विशेष रूप से उत्तर भारत में.